
बेसिक शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा अभियान में रिक्त पदों को सेवा प्रदाता कंपनी के माध्यम से भरा गया है। इसमें 20 पदों को भरा जाना है, जिसमें से 18 पद पर प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। शेष दो पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत पंद्रह सौ विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए छह खंड शिक्षा अधिकारियों की तैनाती की गई है। बीते वर्षों में इनके अधीनस्थ काम करने के लिए एक कंप्यूटर आपरेटर व अकाउंटेंट की नियुक्ति की गई थी। जिस फर्म से इन कर्मियों को काम करने का अवसर मिला था, उसने बीते महीनों में अपना अनुबंध समाप्त कर दिया था। इससे काम कर रहे कर्मियों को वेतन के लाले पड़ गए थे। लॉकडाउन के समय बीएसए रामप्रवेश ने नई संस्था का चयन किया। तदोपरांत चयनित संस्था ने रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है। इससे यह हुआ कि कई बेरोजगारों को भर्ती की भनक भी नहीं लग पाई। बताया गया कि विभाग ने रिक्त 20 पदों में से 18 पद पर भर्ती पूर्ण कर ली है। अवशेष दो पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों पर संशय है। इस कारण उनकी जांच वरिष्ठ कोषाधिकारी विष्णुकांत द्विवेदी द्वारा की जा रही है। उधर, कई बेरोजगार बीएसए कार्यालय में भर्तियों की जानकारी लेने पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लग रही है।
आवंटित नहीं हुए स्थल
भर्ती में चयनित कर्मियों को अभी स्थल आवंटित नहीं किए गए हैं, लेकिन कर्मियों ने कामकाज संभाल लिया है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। उधर, बीएसए का कहना है कि स्थल का आवंटन सामान्य प्रक्रिया है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
आउट सोर्सिंग संस्था ने बीस में से अठारह पद भर लिए हैं, शेष दो पदों पर अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है।
Source - Amar Ujala
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.