SEARCH

Employee Today

RAIL NEWS CENTER

17 August 2021

महापौर के तंज पर भड़के कर्मचारी, हड़ताल

नगर निगम के महापौर गौरव गोयल का विवादों से पीछा नहीं छूट रहा है। इस बार वह निगम के कर्मचारियों के निशाने पर आ गए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एक कर्मचारी को सम्मानित करते हुए उस पर तंज कर दिया। इस पर कर्मचारी भड़क गए। इसके विरोध में सोमवार को कर्मचारियों ने हड़ताल कर महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही, सभी सम्मानित होने वाले कर्मचारियों ने अपने प्रशस्ति-पत्र लौटा दिए। हालांकि महापौर अपनी बात के लिए खेद जता चुके हैं, लेकिन कर्मचारियों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है।
नगर निगम रुड़की में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रविवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें नगर निगम के 16 कर्मचारियों को बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया जा रहा था। महापौर गौरव गोयल उन्हें प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित कर रहे थे। सम्मानित होने वाले कर्मचारियों में निगम के लेखाकार गिरधर गोपाल का भी नाम था। जब महापौर गौरव गोयल लेखाकार गिरधर गोपाल को प्रशस्ति पत्र दे रहे थे। उसी दौरान महापौर ने मंच से ही लेखाकार को कह दिया कि हालांकि तुम इस लायक तो हो नहीं, लेकिन फिर भी तुम्हें यह प्रशस्ति-पत्र दे रहे हैं। महापौर की इस बात को सुनते ही कर्मचारी भड़क गए, लेकिन स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए जैसे-तैसे मामले को शांत कराया गया। लेकिन सोमवार सुबह जब नगर निगम खुला तो कर्मचारी अपनी सीटों पर बैठने के बजाय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष धन प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में महापौर के कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों ने कहा कि महापौर ने ऐसा कहकर कर्मचारियों को खुले मंच से अपमानित करने का काम किया है। जिसे वह कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। महापौर गौरव गोयल वहां आए। उन्होंने कर्मचारियों को मनाने का भी प्रयास किया, लेकिन कर्मचारियों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा। कर्मचारियों का कहना था कि जब तक महापौर लिखित रुप में माफी नहीं मांगते हैं। तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर कय्यूम, रविद्र पंवार, मृदुल कुमार, आयुष मुदगल, बिजेंद्र कुमार, पीतम सिंह आदि सहित सभी कर्मचारी मौजूद रहे। लेखाकार के घर पहुंचे थे महापौर रुड़की: लेखाकार गिरधर गोपाल ने बताया कि महापौर रविवार शाम को उनके घर पर आए थे। अपने शब्दों पर खेद जता रहे थे। कर्मचारी का कहना है कि महापौर ने ऐसा कहकर उनका नहीं, बल्कि सभी कर्मचारियों का अपमान किया है। अब जो सब कर्मचारी कहेंगे, उसके आधार पर ही आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी।

पार्षदों ने भी दिया कर्मचारियों को समर्थन

रुड़की: नगर निगम के पार्षदों ने भी महापौर के कर्मचारियों के प्रति की गई टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है। पार्षद नितिन त्यागी और आशीष अग्रवाल समेत कई पार्षदों ने कर्मचारियों के धरना स्थल पर पहुंचकर उन्हें अपना समर्थन किया। पार्षदों ने कहा कि कर्मचारियों का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने किसी भी कर्मचारी पर न तो कोई तंज किया है, न ही कोई अशोभनीय टिप्पणी की है। अनावश्यक रुप से मामले को तूल दिया जा रहा है। यदि उनकी किसी बात से किसी को कोई ठेस पहुंची है तो वह उसके लिए खेद जताते हैं। हालांकि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं बोला है।

Source - Jagran 

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.

Disclaimer: The Information/News/Video provided in this Platform has been collected from different sources. We Believe that “Knowledge Is Power” and our aim is to create general awareness among people and make them powerful through easily accessible Information.

NOTE: We do not take any responsibility of authencity of Information/News/Videos.